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标题: 仲夏小景之四 [打印本页]

作者: 云帆    时间: 2022-7-28 15:20
标题: 仲夏小景之四
本帖最后由 云帆 于 2022-7-28 15:29 编辑

仲夏小景之四

夜半忽鸣蝉,缘何虫不眠。
唯愁秋欲至,呓语梦痴缠。

作者: 司马弘雪    时间: 2022-7-28 17:31
也是心思沉重
作者: 杨柳河桥    时间: 2022-7-28 18:11
虫亦知秋,人何以堪!
作者: 云帆    时间: 2022-7-28 23:24
司马弘雪 发表于 2022-7-28 17:31
也是心思沉重

谢谢司马老师临帖,敬茶。
言天秋,缘鬓秋矣。
作者: 云帆    时间: 2022-7-28 23:26
杨柳河桥 发表于 2022-7-28 18:11
虫亦知秋,人何以堪!

皆为生灵,相通,人更甚。
作者: 九九艳阳天    时间: 2022-7-29 11:45
虫不眠是只争朝夕,我们要向虫儿学习
作者: 司马弘雪    时间: 2022-7-29 12:34
云帆 发表于 2022-7-28 23:24
谢谢司马老师临帖,敬茶。
言天秋,缘鬓秋矣。

周末快乐
作者: 云帆    时间: 2022-7-29 12:51
司马弘雪 发表于 2022-7-29 12:34
周末快乐

同乐同乐,遥握
作者: 云帆    时间: 2022-7-29 12:56
九九艳阳天 发表于 2022-7-29 11:45
虫不眠是只争朝夕,我们要向虫儿学习

做夜猫子~哈哈。问好九九
作者: 杨柳河桥    时间: 2022-7-29 17:59
云帆 发表于 2022-7-28 23:26
皆为生灵,相通,人更甚。

是啊,都珍重生命!
作者: 云帆    时间: 2022-7-29 21:54
杨柳河桥 发表于 2022-7-29 17:59
是啊,都珍重生命!

这个话题不轻松,虽然不能说沉重。
作者: 杨柳河桥    时间: 2022-8-2 18:08
云帆 发表于 2022-7-29 21:54
这个话题不轻松,虽然不能说沉重。

确实,不轻松的话题,深沉
作者: 云帆    时间: 2022-8-2 22:59
杨柳河桥 发表于 2022-8-2 18:08
确实,不轻松的话题,深沉

夜一深沉,晚安。
作者: 杨柳河桥    时间: 2022-8-3 17:55
云帆 发表于 2022-8-2 22:59
夜一深沉,晚安。

问您好!深沉的夜,美好的联想!
作者: 云帆    时间: 2022-8-3 20:12
杨柳河桥 发表于 2022-8-3 17:55
问您好!深沉的夜,美好的联想!

深夜联想不多,想睡。哈哈
不如杨柳兄能熬夜。
作者: 杨柳河桥    时间: 2022-8-4 23:58
云帆 发表于 2022-8-3 20:12
深夜联想不多,想睡。哈哈
不如杨柳兄能熬夜。

是的,我熬夜惯了
作者: 云帆    时间: 2022-8-5 04:57
杨柳河桥 发表于 2022-8-4 23:58
是的,我熬夜惯了

冬天也熬夜吗?




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